गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र किनारे लगी शहीद दीवान की प्रतिमा |
1858 में असम
शाही परिवार को फिर से गद्दी दिलाने के प्रयासों के कारण दीवान मणिराम दत्ता और
पियाली बरूआ को जोरहाट में फांसी पर चढाया गया। उनको उत्तर पूर्व के भारत के
स्तंत्रता संग्राम के प्रथम शहीद सैनानी के नाम से जाना जाता है।
मणिराम दत्ता
बरुआ उर्फ़ मणिराम दीवान असम के थे और उन्होंने 17 साल की उम्र में असम में चाय के
पौधे ढूंढने का श्रेय जाता है। उन्हें चाय बागानों की गहन जानकारी थी। मणिराम
दीवान का जन्म 17 अप्रैल 1806 को रंगपुर में हुआ था। गुवाहाटी में उनका स्मारक और
मेमोरियल ट्रेड सेंटर बना है।
320 में
चंद्रगुप्त प्रथम को पाटलिपुत्र का शासक बनाया गया।
1832 में
पोलैंड के संविधान को हटाया गया।
1857 में
पश्चिम बंगाल के बहरामपुर में अंग्रेजों के खिलाफ पहला सैन्य विद्रोह
1863 में
अमेरिकी राष्ट्रपति लिंकन ने अमेरिकी मुद्रा अधिनियम पर हस्ताक्षर किया।
1925 में
तुर्की सरकार के खिलाफ जेहाद शुरू।
1936 में
जापान में सेना ने तख्तापलट किया।
1972 में
राष्ट्रपति वीवी गिरि ने वर्धा के निकट अरवी में स्थित विक्रम अर्थ सेटेलाइट
स्टेशन देश को समर्पित किया।
1966 में
स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर का निधन।
1975 में देश का पहला पतंग संग्रहालय ‘शंकर
केन्द्र’ गुजरात के अहमदाबाद में स्थापित किया गया।
1991 में
इराकी फौज अमरीका और सहयोगी सेना की ओर से किए गए हमले के बाद कुवैत सिटी शहर
छोड़कर चली गई थीं।
1993 में
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में हमला हुआ था जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी।
2001में
आतंकवादी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान के बामियान में बुद्ध की दो विशाल
मूर्तियों को नष्ट कर दिया।
No comments:
Post a Comment