Wednesday 29 August 2018

29 अगस्त - सूरत युद्ध में पुर्तगाली अंग्रेजों से पराजित हुए

सर टॉमस मूर 
1612 में सूरत की लड़ाई में अंग्रेजों ने पुर्तगालियों को हराया। इस तरह भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के वर्चस्व के विस्तार की शुरुआत हुई।  इसके बाद सर टॉमस रो को इंग्लैंड के शासक जेम्स प्रथम ने अपना राजदूत बनाकर जहाँगीर के दरबार में भेजा। वहाँ उसे सूरत में अंग्रेज कोठी खोलने की अनुमति मिली।

708 ईस्वी में जापान में पहली बार सिक्कों के तौर पर तांबा के सिक्के ढालने का काम शुरू हुआ।

1756 में इंग्लैंड और फ्रांस के बीच युद्ध की शुरुआत हुई।

1825 में पुर्तगाल ने ब्राजील की स्वतंत्रता को मान्यता दी।

1831 में में वैज्ञानिक माइकेल फैराडे ने पहले बिजली के ट्रांसफारमर का प्रदर्शन किया।

1833 में ब्रिटिश दास उन्मूलन अधिनियम ने कानून का रूप लिया।

1842 में ग्रेट ब्रिटेन और चीन ने अफीम को लेकर होने वाली लड़ाई को खत्म करने के लिए नानकिंग संधि पर हस्ताक्षर किए।

1898 में गुडइयर टायर कंपनी की स्थापना हुई।

1905 में 29 अगस्त के दिन हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद सिंह ( दद्दा ) का जन्म  इलाहाबाद में हुआ था। उनके जन्मदिन को भारत के राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। वे तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के कप्तान थे। ध्यान चंद ने 16 साल की उम्र में भारतीय सेना जॉइन की। क्रिकेट में जो स्थान डॉन ब्रैडमैन, फुटबॉल में पेले और टेनिस में रॉड लेवर का है, हॉकी में वही स्थान ध्यानचंद का है।

1914 में न्यूजीलैंड सैनिकों ने जर्मन समोआ पर कब्जा किया

1916 में अमेरिकी कांग्रेस में फिलीपींस की स्वतंत्रता से सम्बंधित जोन्स अधिनियम को स्वीकार किया।

1932 में एम्स्टर्डम में अंतर्राष्ट्रीय युद्ध-विरोधी समिति गठित की गई।

1945 में ब्रिटेन ने हांगकांग को जापान से मुक्त कराया। 


1949 में सोवियत संघ ने अपने पहले परमाणु बम का गुप्त तौर पर परीक्षण किया। यह  परमाणु हथियारों के मैदान में अमरीका के बाद दूसरे  देश का प्रवेश था।

1974 में किसान नेता चौधरी चरण सिंह की अध्यक्षता में लोकदल पार्टी स्थापना हुई।

1998 में मास्टर बलास्टर सचिन तेंदुलकर राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित।

(HISTORY OF THE DAY, EVENTS OF THE DAY, WHAT HAPPEN ON THIS DAY )

1 comment:

  1. आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

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