Saturday, 12 May 2018

12 मई- दार्शनिक जे कृष्णमूर्ति का जन्म हुआ

1895 में महान दार्शनिक जे कृष्णमूर्ति का जन्म आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मदनपल्ली में एक तेलुगू ब्राह्मण परिवार में हुआ। वे थियोसोफिकल सोसायटी की एनी बेशेंट के सानिध्य में पले बढ़े थे. वे दार्शनिक और आध्यात्मिक विषयों के बड़े ही कुशल लेखक थे। कृष्णमूर्ति ने अपनी शिक्षाओं को सार्थक बनाए रखने के लिए अमरीका, भारत, इंग्लैंड, कनाडा और स्पेन में फाउण्डेशन स्थापित किया। भारत, इंग्लैण्ड और अमेरिका में विद्यालय भी स्थापित कि जिनके बारे में उनका दृष्टिबोध था कि शिक्षा में केवल शास्त्रीय बौद्धिक कौशल ही नहीं वरन मन-मस्तिष्क को समझने पर भी जोर दिया जाना चाहि उनका निधन 17 फरवरी 1986 को हुआ।

1459 में राव जोधा ने जोधपुर की स्थापना की। यह भारत का प्रमुख सांस्कृतिक शहर है।

1666 में नौ सितम्बर 1665 को हुई पुरंधर संधि के अनुसार औरंगजेब के समक्ष पेश होने के लिए शिवाजी आगरा  पहुंचे।

1875 में प्रसिद्ध दार्शनिक जिन्होंने हिन्दू दर्शन पर अध्ययन किया कृष्णचन्द्र भट्टाचार्य का जन्म हुआ।

1915में क्रांतिकारी रासबिहारी बोस ने जापानी नौका सानुकी मारू पर सवार होकर भारत छोड़ा।

1922 में संयुक्त राज्य अमेरिका में वर्जीनिया के पास 20 टन का उल्का पिंड गिरा।

1925 में उजबेकिस्तान और किर्गिजिस्तान स्वायत्त सोवियत गणराज्य बने। 

1942 में आश्विट्ज में 1500 यहूदियों को गैस चेंबर में मारा गया। 

1947 में  फ्रिज फ्रेलेन द्वारा निर्देशित कार्टून रैबिट ट्रांज़िट पहली बार प्रदर्शित किया गया।

1965 में इजरायल और पश्चिम जर्मनी ने राजनयिक संबंध शुरु करने के लिए पत्रों का आदान प्रदान किया। 

1993 में हिंदी के कवि शमशेर बहादुर सिंह का निधन हो गया।

1999 में रूस के उपप्रधानमंत्री सर्गेई स्तेपनिश कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए। इसी साल अमेरिकी वित्तमंत्री रोबर्ट रूबिन का अपने पद से इस्तीफ दिया।


2002 में मिस्र, सीरिया व सऊदी अरब ने पश्चिम एशिया मामले में शांति समझौते की इच्छा जताई।

2007 में पाकिस्तान के कराची शहर में हिंसा फैली।

2008 में चीन के सिचुआन में भूकंप से 69000 से अधिक लोगों की मौत। 

2008 में जजों की बहाली के मुद्दे को लेकर कोई समझौता न होने के कारण पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ ने साझा सरकार से हटने का निर्णय लिया।

2008 में  चीन में आए भीषण भूकम्प से हज़ारों लोग मारे गए।

2010 में बिहार के चर्चित बथानी टोला नरसंहार मामले में भोजपुर के प्रथम अपर ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव ने तीन दोषियों को फांसी तथा 20 को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई।

  ( HISTORY OF THE DAY, EVENTS OF THE DAY, WHAT HAPPEN ON THIS DAY ) 

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